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Hindi Language Quiz For IBPS SO : 21st December 2018

Hindi Language Quiz For IBPS SO : 21st December 2018 | Latest Hindi Banking jobs_2.1

IBPS SO राजभाषा अधिकारी की अधिसूचना जारी की जा चुकी है. IBPS SO राजभाषा अधिकारी के परीक्षा प्रारूप के अनुसार व्यावसायिक ज्ञान के पाठ्यक्रम के आधार पर हम यहाँ हिंदी की प्रश्नोत्तरी प्रदान कर रहे हैं. प्रति दिन इस QUIZ का अभ्यास कीजिए तथा IBPS SO 2018 के पाठ्यक्रम के अनुसार अध्ययन कीजिए. अपनी तैयारी को गति प्रदान करते हुए अपनी सफलता सुनिश्चित कीजिये.




Directions (1-5): नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में दो रिक्त स्थान छूटे हुए हैं और उसके पांच विकल्प सुझाए गए हैं। इनमें से कोई दो उन रिक्त स्थानों पर रख देने से वह वाक्य एक अर्थपूर्ण वाक्य बन जाता है। सही शब्द ज्ञात कर उसके विकल्प को उत्तर के रूप में अंकित कीजिए, दिए गए शब्दों में से सर्वाधिक उपयुक्त शब्दों का चयन कीजिए। 


Q1. हाल ही में विशेषज्ञों द्वारा यह ........... दिया गया है कि रंग की गहराई और चमकीलापन कार के डिजाइन को .......... बन सकता है।

कथन, उत्तेजक
सुझाव, सुंदर
वक्तव्य, बेहतर
आदेश,आकर्षक
इनमें से कोई नहीं
Solution:

वाक्य के आलोक में सुझाव और सुंदर विकल्प उचित है क्योंकि विशेषज्ञों द्वारा सुझाव दिया जाता है और सुझाव सकात्मक दिशा में दिया जाता है इसलिए दूसरे स्थान पर सुंदर शब्द प्रयुक्त होगा।

Q2. जीवन ............ से भरा है। यत्र-तत्र -सर्वत्र प्रतिस्पर्धा है। ............. की तादात बढती जा रही है, रिक्तियां घटती जा रही है।

समस्याओं, संघर्षो
विसंगतियों, विद्यार्थियों
चुनौतियों, अभ्यर्थियों
संघर्षों, बेरोजगारों
इनमें से कोई नहीं
Solution:

जैसा कि वाक्य में प्रतिस्पर्धा मुख्य विषय है इसलिए इसके संदर्भ में चुनौतियाँ और अभ्यर्थी शब्द ही उचित है।

Q3. भाषा सागर की तरह सदा ............. रहती है। भाषा के अपने गुण और स्वभाव को भाषा की ........... कहते हैं।

चलायमान, विशेषता
प्रवाहित, प्रकृति
गतिमान, संरचना
बहती, सहजता
इनमें से कोई नहीं
Solution:

सागर प्रवाहित होता है एवं गुण और स्वभाव द्वारा प्रकृति का निर्धारण होता है। इसलिए विकल्प b सही उत्तर है।

Q4. भ्रष्टाचार पर .............आम हैं। दुनिया के भ्रष्टों की सूची में हम भारतीयों का ............ दिन-ब-दिन ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है।

अटकलें, नाम
बैठक, गौरव
चर्चाएँ, स्थान
सम्मेलन, रुख
इनमें से कोई नहीं
Solution:

वाक्य के आधार पर विकल्प c वाक्य के विषय से संगत है।

Q5. बीज की प्रवृत्ति .......... का भविष्य है। विचार भी बीज की तरह है। हर विचार में एक वृक्ष बनने की ........... छिपी हुई है।

पुष्प, कामना
वृक्ष, संभावना
पादप, आशंका
जड़ों, क्षमता
इनमें से कोई नहीं
Solution:

जैसा कि विचार की तुलना वृक्ष से की गई है तो पहले वाक्य में वृक्ष आएगा एवं दूसरे वाक्य में अपेक्षा जताई जा रही है इसलिए संभावना शब्द उपयुक्त है।

Directions (6-10): नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश के अनुसार, दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। 




प्राकृतिक−चिकित्सा−प्रणाली का अर्थ है प्राकृतिक पदार्थों विशेषतः प्रकृति के पाँच मूल तत्वों द्वारा स्वास्थ्य−रक्षा और रोग निवारण का उपाय करना। विचारपूर्वक देखा जाय तो यह कोई गुह्य विषय नहीं है और जब तक मनुष्य स्वाभाविक और सीधा−सादा जीवन व्यतीत करता रहता है तब तक वह बिना अधिक सोचे−विचारे भी प्रकृति की इन शक्तियों का प्रयोग करके लाभान्वित होता रहता है। पर जब मनुष्य स्वाभाविकता को त्याग कर कृत्रिमता की ओर बढ़ता है, अपने रहन−सहन तथा खान−पान को अधिक आकर्षक और दिखावटी बनाने के लिये प्रकृति के सरल मार्ग से हटता जाता है तो उसकी स्वास्थ्य−सम्बन्धी उलझनें बढ़ने लगती हैं और समय−समय पर उसके शरीर में कष्टदायक प्रक्रियाएँ होने लगती हैं, जिनको ‘रोग’ कहा जाता है। इन रोगों को दूर करने के लिये अनेक प्रकार की चिकित्सा−प्रणालियाँ आजकल प्रचलित हो गई हैं जिनमें हजारों तरह की औषधियों, विशेषतः तीव्र विषात्मक द्रव्यों का प्रयोग किया जाता है। इन तीव्र दवाओं से जहाँ कुछ रोग अच्छे होते हैं वहाँ उन्हीं की प्रतिक्रिया से कुछ अन्य व्याधियाँ उत्पन्न हो जाती हैं और संसार में रोगों के घटने के बजाय नित्य नवीन रोगों की वृद्धि होती जाती है। इस अवस्था को देख कर पिछले सौ−डेढ़−सौ वर्षों के भीतर योरोप अमरीका के अनेक विचारशील सज्जनों का ध्यान प्राकृतिक तत्वों की उपयोगिता की तरफ गया और उन्होंने मिट्टी, जल, वायु, सूर्य−प्रकाश आदि के विधिवत् प्रयोग द्वारा शारीरिक कष्टों, रोगों को दूर करने की एक प्रणाली का प्रचार किया। वही इस समय प्राकृतिक चिकित्सा या ‘नेचर क्योर’ के नाम से प्रसिद्ध है।

जब तक मनुष्य प्रकृति की गोद में पलते−खेलते थे, उनका रहन−सहन भी प्राकृतिक नियमों के अनुकूल था तो वे अपनी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति प्राकृतिक ढंग से ही करते थे। पर मध्यकाल में जब बड़े−बड़े राज्यों और साम्राज्यों की स्थापना हो गई तो बड़े आदमियों के रहन−सहन में भोग विलास की अधिकता होने लगी और उसकी पूर्ति के लिये भाँति−भाँति के कृत्रिम उपायों का प्रयोग भी बढ़ने लगा। साधारण लोग भी उनकी नकल करके नकली चीजों को अधिक सुन्दर और आकर्षक समझने लगे, जिसके फल से लोगों का स्वास्थ्य निर्बल पड़ने लगा, तभी तरह−तरह के रोगों की वृद्धि होने लगी। जब काल क्रम से यह अवस्था बहुत बिगड़ गई और संसार की जनसंख्या तरह−तरह के भयानक तथा गन्दे रोगों के पंजे में फँस गई तो विचारशील लोगों का ध्यान इसके मूल कारण की तरफ गया और उन्होंने कृत्रिम आहार−बिहार की हानियों को समझ कर “प्रकृति की ओर लौटो” (बैक टू नेचर) का नारा लगाया।


Q6. प्राकृतिक−चिकित्सा−प्रणाली किससे संबंधित है?

प्राकृतिक पदार्थों विशेषतः प्रकृति के पाँच मूल तत्वों से
पांच मूल प्राकृतिक तत्वों द्वारा स्वास्थ्य−रक्षा और रोग निवारण
‘नेचर क्योर’ से
a और b दोनों
इनमें से सभी
Solution:

गद्यांश में स्पष्ट रूप से वर्णित है कि प्राकृतिक−चिकित्सा−प्रणाली का अर्थ है प्राकृतिक पदार्थों विशेषतः प्रकृति के पाँच मूल तत्वों द्वारा स्वास्थ्य−रक्षा और रोग निवारण का उपाय करना।

Q7. स्वास्थ्य−सम्बन्धी समस्याओं से जूझने का मुख्य कारण क्या है?

सीधा−सादा जीवन व्यतीत न करना
प्रकृति की शक्तियों का दुरुपयोग
स्वाभाविकता को त्याग कर कृत्रिमता की ओर बढ़ना
a और c दोनों
इनमें से सभी
Solution:

विकल्प c मूल रूप से सभी कारणों का सार है कि स्वाभाविकता को त्याग कर कृत्रिमता की ओर बढ़ना ही स्वास्थ्य−सम्बन्धी समस्याओं से जूझने का मुख्य कारण है।

Q8. तीव्र विषात्मक द्रव्यों का शरीर पर कैसा प्रभाव होता है?

रोगों का निवारण होता है
प्रतिक्रिया से कुछ अन्य व्याधियाँ उत्पन्न हो जाती हैं
अधिक सकारात्मक प्रभाव
अधिक नकारात्मक प्रभाव
इनमें से सभी
Solution:

लेखक ने स्पष्ट रूप से कहा है कि विशेषतः तीव्र विषात्मक द्रव्यों के प्रतिक्रिया स्वरूप से कुछ अन्य व्याधियाँ उत्पन्न हो जाती हैं और संसार में रोगों के घटने के बजाय नित्य नवीन रोगों की वृद्धि होती जाती है। इसलिए इसका प्रभाव अधिक नकारात्मक होता है।

Q9. मनुष्य ने प्राकृतिक चिकित्सा से कृत्रिम चिकित्सा की ओर पलायन कब किया?

भोग विलास की अधिकता होने पर
बड़े−बड़े राज्यों और साम्राज्यों की स्थापना के बाद
आवश्यकताओं की वृद्धि होने पर
a और b दोनों
इनमें से कोई नहीं
Solution:

मनुष्य ने प्राकृतिक चिकित्सा से कृत्रिम चिकित्सा की ओर पलायन बड़े−बड़े राज्यों और साम्राज्यों की स्थापना के बाद ही किया क्योंकि इसके बाद ही उसमें बड़े आदमियों के रहन−सहन में भोग विलास की अधिकता होने लगी और उसकी पूर्ति के लिये भाँति−भाँति के कृत्रिम उपायों का प्रयोग भी बढ़ने लगा।

Q10. रोगों की वृद्धि होने का मूल कारण क्या है?

तीव्र विषात्मक द्रव्यों का प्रयोग
प्रकृति के सरल मार्ग से विक्षोभ
नकल और कृत्रिमता के प्रति आकर्षण
a और b दोनों
इनमें से सभी
Solution:

गद्यांश के आधार पर विकल्प में दिए गए सभी कारण रोगों में वृद्धि का कारण हैं, क्योंकि यह सभी एक-दूसरे पर आश्रित है। प्रक्रति के सरल मार्ग से विक्षोभ के बाद मनुष्य का नकल और कृत्रिमता के प्रति आकर्षण बढ़ा जिससे उत्पन्न हुए रोगों का निदान तीव्र विषात्मक द्रव्यों से हुआ और इन सबके निष्कर्ष स्वरूप रोगों में वृद्धि हुई।

Directions (11-15): नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में एक अंग्रेजी का वाक्य या वाक्य खण्ड दिया गया है और उसके नीचे (A), (B), (C), (D) द्वारा उस अंग्रेजी वाक्य के चार हिंदी अनुवाद जिनमें से कोई एक ही उसका सटीक और उचित अनुवाद है। आपको उसे पहचानना है और फिर उसके क्रमांक को उत्तर के रूप में दिखलाना है अगर कोई भी रुपांतर सही नहीं है, तो उत्तर (E) अर्थात ‘इनमें से कोई नहीं’ होगा। 



Q11. To meet your credit requirements, SBI is there with many attractive schemes to choose from.

आप अपनी ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए SBI की आकर्षक योजना का लाभ उठाएँ
आप अपनी ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए SBI की कोई भी योजना का चयन करें
SBI के पास अनेक आकर्षक योजनाएँ हैं जिनमें से आप अपनी ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए चुन सकते हैं
SBI की अनेक आकर्षक योजनाओं से ऋण उठाकर आप लाभ उठा सकते हैं।
इनमें से कोई नहीं

Q12. It will be necessary that the call letter to the candidates must be sent under postal certificate or by registered post.

यह अनिवार्य होगा कि अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र डाक प्रमाण पत्र तथा रजिस्ट्री डाक द्वारा भेजे जाएंगे।
यह अनिवार्य है कि विद्यार्थियों को बुलावा पत्र डाक प्रमाण पत्र अथवा रजिस्ट्री डाक द्वारा भेजे जाएँ।
यह अनिवार्य होगा कि अभ्यर्थियों को आमंत्रण पत्र डाक अथवा रजिस्ट्री द्वारा भेजे जाएंगे।
यह अनिवार्य होगा कि अभ्यर्थियों को बुलावा पत्र डाक प्रमाण पत्र अथवा रजिस्ट्री डाक द्वारा भेजे जायेगें।
इनमें से कोई नहीं

Q13. The persons, who have left their study due to some reasons, get an opportunity to complete their studies with the help of distance educations.

वे व्यक्ति, जो किन्ही कारणों से अपनी शिक्षा छोड़ चुके हैं, वे दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अपनी शिक्षा पूरी करते हैं।
वे व्यक्ति, जो किन्ही कारणों से अपनी शिक्षा छोड़ चुके हैं, वे दूरस्थ शिक्षा की सहायता से अपनी शिक्षा पूरी करने का अवसर पाते हैं।
दूरस्थ शिक्षा की सहायता से उन लोगों को शिक्षा पूरी करने का मौका मिल जाता है जो किसी कारण से अपनी शिक्षा छोड़ चुके होते हैं। यह शिक्षा की तरफ सरकार का कुछ प्रयास है।
वे व्यक्ति, जो किन्ही कारणों से अपनी शिक्षा छोड़ चुके हैं, वे दूरस्थ शिक्षा से अपनी शिक्षा पूरी करने की सहायता पाते हैं।
इनमें से कोई नहीं

Q14. The sixth meeting of India- Thiland Joint Commission has accomplished in New Delhi.

भारत थाइलैंड संयुक्त कमिश्नर ने छठी मीटिंग नई दिल्ली में आयोजित की।
भारत थाइलैंड संयुक्त आयोग की बैठक नई दिल्ली में छठी बार आयोजित हुई।
भारत थाइलैंउ संयुक्त आयोग की छठी बैठक नई दिल्ली में सम्पन्न हुई।
भारत थाइलैंड संयुक्त कमिश्नर की छठी बैठक नई दिल्ली में संपन्न हुई।
इनमें से कोई नहीं

Q15. The auto renewal period to be modified at the instance of the customer subject to the minimum or maximum period of the scheme.

स्वतः नवीनीकरण अवधि को ग्राहक के अनुरोध पर योजना की न्यूनतम या अधिकतम अवधि को ध्यान में रखते हुए संशोधित किया जा सकता है।
स्वतः नवीनीकरण अवधि को ग्राहक के आदेश पर योजना की न्यूनतम या अधिकतम अवधि को ध्यान में रखते हुए संशेधित किया जा सकता है।
स्वतः नवीनीकरण अवधि को ग्राहक के निर्देश पर योजना की न्यूनतम या अधिकतम अवधि को ध्यान में रखते हुए जारी किया जा सकता है।
स्वतः नवीनीकरण अवधि को ग्राहक के हित के लिए योजना की न्यूनतम या अधिकतम अवधि के रूप में संशोधित किया जाता है।
इनमें से कोई नहीं

               



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