IBPS PO 2018 अक्टूबर के महीने में आयोजित की जायेगी. इस परीक्षा में तीन खंड पूछे जायेंगे अर्थात अंग्रेजी भाषा, रीजनिंग और संख्यात्मक अभियोग्यता. रीजनिंग वर्ग इस परीक्षा का एक बहुत ही अहम हिस्सा है और क्योंकि इसमें कुल 100 में से 35 अंक समाविष्ट होते हैं. तो, यदि आपको इस वर्ग में बेहतर प्रदर्शन करना है और परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त करने हैं तो आपको इस वर्ग में मेहनत करने की आवश्यकता है. इस सेक्शन के लिए तैयार होने से पहले, आपको इस विषय के बारे में अच्छे से जान लेना चाहिए और सभी महत्वपूर्ण विषयों को जान लेना चाहिए जिनकी सहायता से आप इस खंड में बेहतर अंक प्राप्त कर सकते हैं. तो, Bankersadda आपके लिए एक ऐसी पोस्ट लाया है जिसमें हमें रीजनिंग के सभी महत्वपूर्ण टॉपिक के बारे में बताया है ताकि आप इन खंडो में IBPS PO 2018 Examination में बेहतर प्रदर्शन कर पायें.
पजल और बैठक व्यवस्था:
पजल और बैठक व्यवस्था पर आधारित प्रश्न रीजनिंग अनुभाग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वे मुख्य तौर पर बैठक व्यवस्था (linear, circular, triangular, rectangular and sometimes hexagonal even) Floors, Tabular form, Blood Relations, आदि पर आधारित होते हैं और इसमें 2-4 वेरिएबल से भी प्रश्न पूछे जाते हैं यह प्रश्न के कठिनाई स्तर पर निर्भर करता है. इसमें बैठक व्यवस्था और रक्त संबंध को मिलकर भी प्रश्न पूछे जाते हैं. पजल में बेहतर अंक प्राप्त करने का एकमात्र तरीका है अभ्यास केवल अभ्यास करके ही आप इस खंड में बेहतर अंक प्राप्त कर सकते हैं.
सिलोग:
इस टॉपिक के अपेक्षित प्रश्नों की संख्या 5-6 है. इसमें प्रश्न पुराने प्रारूप पर आधारित हो सकते हैं और नए प्रारूप पर भी आधारित हो सकते हैं जिसमें निष्कर्ष पहले दिया जाता है और फिर आपको दिए गए निष्कर्ष के लिए सही कथनों के सेट का चयन करना होता है. यह परीक्षा में अंक प्राप्त करने का सबसे आसान और बेहतर तरीका हैतो इस टॉपिक के लिए अच्छे से तैयारी करिए जिस से आप रीजनिंग खंड में आसानी से 5 अंक प्राप्त कर सकते हैं.
डेटा पर्याप्तता
आंकड़ा निर्वाचन पर आधारित प्रश्न में 2 या 3 कथन हो सकते हैं यह प्रश्न के कठिनाई स्तर पर आधारित है. यदि यह पूछे जाते हैं तो इस टॉपिक से 3-5 प्रश्न पूछे जा सकते हैं. यह भी एक महत्वपूर्ण विषय है इसमें आप 3 से 5 अंक प्राप्त कर सकते हैं.
कोडिंग-डिकोडिंग:
कोडिंग-डिकोडिंग से अपेक्षित प्रश्नों की संख्या 5 है. यह टॉपिक भी आसान टॉपिक में गिना जाता है. यह प्रश्न नए एवं पुराने पैटर्न पर आधारित हो सकता है. आप नए पैटर्न की कोडिंग – डिकोडिंग प्रश्नोत्तरी Adda247 app पर प्राप्त कर सकते हैं.
रक्त संबंध:
इस खंड में प्रश्न उम्मीदवार की संज्ञानात्मक क्षमता का परीक्षण करते हैं. इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न बेहद जटिल होते हैं लेकिन यदि किसी उम्मीदवार को इसके आधार के बारे में ज्ञान है तो वह इन प्रश्नों को आसानी से हल कर सकता है. यह विभिन्न प्रकारों से पूछे जा सकते हैं अर्थात पजल, मिश्रित रक्त संबंध, कोडेड रक्त संबंध आदि.
आर्डर और रैंकिंग:
इस टॉपिक में पूछे जाने वाले प्रश्न कम जटिल और तुलना में आसान होते हैं. यदि आप इन प्रश्नों को हल करने आदि हो जाते हैं तो यह कम समय में आपको अधिक अंक प्राप्त करवा सकते हैं. आपको इन प्रश्नों में बेहतर पकड़ बनाने के लिए दैनिक अभ्यास की आवश्यकता है.
मशीन इनपुट-आउटपुट:
हाल ही में बैंकिंग परीक्षा में, यह देखा गया है कि प्राथमिक परीक्षा में भी इनपुट आउटपुट के प्रश्नों को पुछा जा रहा है. तो, आप इस टॉपिक से 5 प्रश्नों के पूछे जाने की अपेक्षा कर सकते हैं.
अल्फा न्यूमेरिक प्रतीक श्रृंखला:
इसमें आपको एक संख्या, प्रतीक और वर्णों की मिश्रित स्नाख्या प्रदान की जायेगी. यह श्रंखला केवल संख्या या केवल वर्णों पर भी आधारित हो सकती है. जितना अधिक आप इसका अभ्यास करेंगे, उतना आसानी से आप इसे हल कर पायेंगे.
लॉजिकल रीजनिंग:
इस टॉपिक से अपेक्षित प्रश्नों की संख्या 5-6 है. इस वर्ग में पूछे गए प्रश्न कारण और प्रभाव, पूर्वधारणा और निष्कर्ष, तर्क की सबलता, अनुमान आदि पर आधारित होते हैं. इन प्रश्नों का कठिनाई स्तर हमेशा मध्यम होता है तो आप बिना अधिक समय नष्ट करते हुए इन प्रश्नों को हल सकते हैं.
असमिकाएं:
IBPS PO Prelims रीजनिंग का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक असमिकाएं है. इस टॉपिक से अपेक्षित प्रश्नों की संख्या 5 है. यह रीजनिंग में सबसे आसान टॉपिक में से एक है. आपको इसमें दो मात्राएँ दी जायेंगी जिनके नीचे आपको कुछ कथन दिए होंगे. आपको ज्ञात करना है की कौन सा कथन सत्य है.