एक हिन्दी भाषा से सम्बंधित छात्र किस प्रकार अंग्रेजी भाषा की वर्णनात्मक परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है?….. यह प्रश्न आज अधिकतर हिन्दी भाषी छात्रों के मन में चलता रहता है और इसी हीन-भावना के चलते वह लगातार अपना आत्म-विश्वास खो देते है,परन्तु आप सभी छात्रों को इस समस्या के हल के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए. इस समस्या के हल के लिए आज हम आपके साथ कुछ बिन्दुओं को साँझा करेंगे, जिसका यदि आप अपने जीवन में अनुसरण करेंगे तो पक्का आप इस बाधा को पार कर लेंगे.
किसी भाषा में अभिव्यक्ति देने के लिए आप को उस भाषा की शब्दावली का ज्ञान होना बेहद आवश्यक है यदि आपके पास अच्छी शब्दावली का भण्डार है तो आप निश्चित रूप से अपने विचारों को अभिव्यक्त कर सकते है. इसके लिए आपको समाचार पत्र पढ़ने की सलाह अक्सर दी जाती है,परन्तु इसके साथ यदि आप कठिन शब्दों को चिन्हित करते हुए नोट करे और उन शब्दों का संग्रह करे तो आप विश्वास किजिये कुछ ही समय में आपके पास शब्दों का भण्डार होगा और आप आसानी से अपने विचारो को अभिव्यक्त कर सकेंगे.
इसका समस्या का जो सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु है, वह आपको व्याकरण का ज्ञान होना है. हिन्दी भाषी छात्र को अक्सर अग्रेंजी का व्याकरण सीखने और समझने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पढता है और यह ऐसा बिन्दु है जिसका सबसे अधिक परीक्षा में परीक्षण किया जाता है, क्योंकि इस पर आपकी अभिव्यक्ति का अर्थ निर्भर करता है. यदि आपको व्याकरण का ज्ञान नहीं है, तो आप अर्थ का अनर्थ कर सकते है. इसके लिए आपको अंग्रेजी की आधार भूत व्याकरण सीखना अत्यन्त आवश्यक है. आप इसे किसी भी अच्छी व्याकरण की पुस्तक में से पढ़ सकते हैं. और BANKERSADDA और SSCADDA भी समय-समय पर आपको इस विषय के लिए नोट्स उपलब्ध करवाते रहते है.
इस समस्या को हल करने का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि आपकी भाषा और अभिव्यक्ति को किस प्रकार प्रभावी बनाया जा सकता है, जिससे आप परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सके. इस बिन्दु का सबसे आवश्यक तत्व आपका विषय का ज्ञान है. यदि आपको विषय की पूर्ण जानकारी है तो आप निश्चित रूप से अच्छा लिख सकते हैं. आपकी अभिव्यक्ति किस प्रकार प्रभावी होगी?….. इसके लिए आप अपने विषय से सम्बंधित उदाहरण दे सकते हैं, पंचलाइन लिख सकते है जिससे आपकी अभिव्यक्ति प्रभावी और सुदृढ़ होगी. इसके साथ ही आपको अपने लेखन में एक ही पंक्ति को बार-बार दोहराने से भी बचना चाहिए.
आप अपनी भाषा को प्रभावी बनाने के लिए अच्छी शब्दावली के साथ-साथ Phrasal Verbs का प्रयोग भी कर सकते है. जिससे आप का लेखन प्रभावी होगा साथ ही कोशिश कीजिए की आपका लेखन तर्कसंगत हो जो कि सबसे अधिक आवश्यक है. इन कुछ बिन्दुओं का अनुसरण कर आप अपनी भाषा में प्रभावी अंक प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही साथ अपनी भाषा को भी सुदृढ़ कर सकते है.
स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है कि:-
“प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए, और उस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए आपको निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए. एक सच्चा मनुष्य वह है जो अपने जीवन में किसी लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध है”
आपको भी अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए और एक हिन्दी भाषी छात्र होने के नाते आपकी अस्मिता पर उठ रहे प्रश्नों का उत्तर ‘सफल’ होकर देना चाहिए.