अहमदाबाद विमान हादसा 2025 – जानलेवा उड़ान का मंजर
12 जून 2025 को अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान भरने के तुरंत बाद, Air India की Boeing 787–8 Dreamliner (फ्लाइट AI171) डरावनी दुर्घटना का शिकार हो गई। लंदन गैटविक के लिए प्रस्थान करते समय विमान टेकऑफ के लगभग 30 सेकंड बाद मेघानी नगर स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज होस्टल की इमारत से जा टकराया।
इस भीषण घटनाक्रम में कूल 242 सवारों में से 241 की मौत हो गई, जबकि केवल एक ब्रिटिश नागरिक – विश्वाश कुमार रमेश – चमत्कारिक रूप से बच पाया. करीब 60 से 80 छात्रों के रुकने वाले होस्टल में विमान का ध्वंसप्रायोग करते हुए पांच और लोगों की मौत हुई, जिससे शवों की कुल संख्या बढ़कर 269 हुई.
यहाँ हम आपको इतिहास की 10 सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने एविएशन नियमों, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और आपातकालीन उपायों को पुनर्परिभाषित किया।
दुनिया की 10 सबसे घातक विमान दुर्घटनाएं: जहाँ लोगों ने देखा भयवाह मंजर
हवाई यात्रा को भले ही दुनिया के सबसे सुरक्षित परिवहन माध्यमों में गिना जाता है, लेकिन इतिहास में कुछ ऐसे विमान हादसे दर्ज हैं जिन्होंने न केवल सैकड़ों लोगों की जान ली बल्कि वैश्विक स्तर पर हवाई सुरक्षा को झकझोर कर रख दिया। ये हादसे तकनीकी त्रुटियों, मानवीय भूल, आतंकवादी हमलों और युद्ध जैसी परिस्थितियों का नतीजा थे।
यहाँ दुनिया की 10 सबसे खतरनाक विमान दुर्घटनाएं जिनमें सैकड़ों लोगों की जान गई के बारे में जानकारी दी गई है, जानिए हर दुर्घटना का कारण, दिनांक, स्थान और कैसे इन हादसों ने वैश्विक हवाई सुरक्षा को बदला
टॉप 10 विमान हादसे (Top 10 Deadliest Plane Crashes)
रैंक | हादसा | तारीख | स्थान | मृतक | मुख्य कारण |
---|---|---|---|---|---|
1 | टेनेरिफ एयरपोर्ट डिजास्टर | 27 मार्च 1977 | कैनरी द्वीप, स्पेन | 583 | धुंध में रनवे टक्कर, गलत कम्युनिकेशन |
2 | जापान एयरलाइंस फ्लाइट 123 | 12 अगस्त 1985 | जापान | 520 | तकनीकी खराबी, पिछली मरम्मत में गलती |
3 | चरखी दादरी टक्कर | 12 नवंबर 1996 | भारत | 349 | गलत ऊँचाई, संचार में चूक |
4 | सऊदी फ्लाइट 163 | 19 अगस्त 1980 | सऊदी अरब | 301 | केबिन में आग, विलंबित निकासी |
5 | मलेशिया एयरलाइंस MH17 | 17 जुलाई 2014 | यूक्रेन | 298 | मिसाइल से हमला |
6 | ईरान एयर फ्लाइट 655 | 3 जुलाई 1988 | पर्शियन गल्फ | 290 | अमेरिकी नौसेना द्वारा गलती से हमला |
7 | अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 191 | 25 मई 1979 | शिकागो, USA | 273 | इंजन टूटना |
8 | पैन एम 103 (लॉकरबी बम धमाका) | 21 दिसंबर 1988 | स्कॉटलैंड | 270 | आतंकवादी हमला |
9 | एयर इंडिया फ्लाइट 182 | 23 जून 1985 | अटलांटिक महासागर | 329 | विमान में बम विस्फोट |
10 | इजिप्टएयर फ्लाइट 990 | 31 अक्टूबर 1999 | अटलांटिक महासागर | 217 | संदेहास्पद आत्मघाती दुर्घटना |
ये हादसे क्यों बने इतिहास?
-
टेनेरिफ हादसा आज भी एविएशन इतिहास की सबसे भीषण दुर्घटना मानी जाती है।
-
जापान एयरलाइंस 123 ने अकेले सबसे ज्यादा लोगों की जान ली एक सिंगल एयरक्राफ्ट हादसे में।
-
MH17 और ईरान एयर 655 ने साबित किया कि युद्धक्षेत्र में सिविलियन फ्लाइट्स की सुरक्षा सबसे अधिक जोखिम में होती है।
-
चरखी दादरी के बाद भारत में TCAS (ट्रैफिक कोलिज़न अवॉइडेंस सिस्टम) अनिवार्य कर दिया गया।
दुनिया की सबसे घातक विमान दुर्घटनाओं की जानकारी विस्तार से
हवाई यात्रा को भले ही सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इतिहास में कुछ ऐसे भयावह हादसे हुए हैं जिन्होंने दुनिया भर की एविएशन इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया। नीचे दिए गए हैं अब तक के 10 सबसे घातक विमान हादसे, उनके कारण और उनसे हुए बदलाव:
1. टेनेरिफ़ एयरपोर्ट हादसा (1977) – इतिहास का सबसे बड़ा विमान हादसा
-
स्थान: लॉस रोडियोज़ एयरपोर्ट, कैनरी द्वीप, स्पेन
-
विमान: KLM और Pan Am के दो Boeing 747
-
मृत्यु संख्या: 583
-
कारण: घना कोहरा और रेडियो संचार में गड़बड़ी
-
प्रभाव: रेडियो कम्युनिकेशन और रनवे सुरक्षा प्रोटोकॉल में वैश्विक स्तर पर बदलाव हुए।
📌 अब तक का सबसे जानलेवा विमान हादसा।
2. जापान एयरलाइंस फ्लाइट 123 (1985) – ऊंचाई पर तकनीकी विफलता
-
स्थान: माउंट ताकामागहारा, जापान
-
विमान: Boeing 747SR
-
मृत्यु संख्या: 520
-
कारण: पिछले हिस्से की दबाव दीवार का फटना, जो पहले गलत तरीके से मरम्मत की गई थी
-
प्रभाव: मेंटेनेंस क्वालिटी और संरचनात्मक जांच के नियम सख्त किए गए।
📌 एकल विमान में हुई सबसे घातक दुर्घटना।
3. छारखी दादरी टकराव (1996) – भारत के ऊपर आसमानी त्रासदी
-
स्थान: हरियाणा, भारत के पास
-
विमान: सऊदी एयरलाइंस Boeing 747 और कजाकिस्तान एयरलाइंस Il-76
-
मृत्यु संख्या: 349
-
कारण: ऊंचाई बनाए रखने में विफलता और खराब इंग्लिश कम्युनिकेशन
-
प्रभाव: भारत में सभी वाणिज्यिक विमानों के लिए TCAS (Traffic Collision Avoidance System) अनिवार्य किया गया।
4. सऊदी फ्लाइट 163 (1980) – विमान में लगी आग
-
स्थान: रियाद, सऊदी अरब
-
मृत्यु संख्या: 301
-
कारण: कार्गो डिब्बे में आग, समय पर निकासी नहीं हो पाने के कारण सभी की मौत
-
प्रभाव: आग बुझाने और त्वरित निकासी प्रणाली को महत्व मिला।
5. मलेशिया एयरलाइंस फ्लाइट MH17 (2014) – युद्ध क्षेत्र में त्रासदी
-
स्थान: पूर्वी यूक्रेन
-
विमान: Boeing 777
-
मृत्यु संख्या: 298
-
कारण: सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से विमान को गिराया गया
-
प्रभाव: युद्ध क्षेत्रों के ऊपर उड़ानों की सुरक्षा पर अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ी।
6. ईरान एयर फ्लाइट 655 (1988) – गलत पहचान में हमला
-
स्थान: पर्सियन गल्फ
-
मृत्यु संख्या: 290
-
कारण: अमेरिकी नौसेना द्वारा गलती से नागरिक विमान को सैन्य विमान समझकर मार गिराना
-
प्रभाव: नागरिक विमानों की पहचान और सैन्य एंगेजमेंट प्रोटोकॉल पर अंतरराष्ट्रीय विवाद।
7. अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 191 (1979) – टेकऑफ के समय इंजन फेल
-
स्थान: शिकागो ओ’हारे एयरपोर्ट
-
मृत्यु संख्या: 273
-
कारण: टेकऑफ के दौरान इंजन का पंख से अलग हो जाना
-
प्रभाव: इंजन माउंटिंग सिस्टम और प्री-फ्लाइट निरीक्षणों के नियमों में बदलाव।
8. पैन एम फ्लाइट 103 (1988) – लॉकरबी बम धमाका
-
स्थान: लॉकरबी, स्कॉटलैंड
-
मृत्यु संख्या: 270
-
कारण: आतंकवादी बम विस्फोट
-
प्रभाव: हवाई अड्डों की सुरक्षा जांच और बैगेज स्कैनिंग में बड़ा सुधार।
9. एयर इंडिया फ्लाइट 182 (1985) – मिड-एयर विस्फोट
-
स्थान: अटलांटिक महासागर
-
मृत्यु संख्या: 329
-
कारण: बम विस्फोट
-
प्रभाव: इंटेलिजेंस सिस्टम और एयरपोर्ट सुरक्षा में बदलाव, दुनिया भर में आतंकवाद विरोधी कानूनों में सुधार।
10. इजिप्ट एयर फ्लाइट 990 (1999) – संदिग्ध आत्मघाती क्रैश
-
स्थान: अटलांटिक महासागर
-
मृत्यु संख्या: 217
-
कारण: सह-पायलट द्वारा जानबूझकर विमान को गिराने का शक
-
प्रभाव: पायलटों के मानसिक स्वास्थ्य जांच पर वैश्विक स्तर पर ध्यान।