नमस्ते मित्रो,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ..
मैं आप सबकी सैम स्टार आज की एसबीआई बैंकर हूँ. समझ ही नहीं आ रहा कि यह चमत्कार हुआ कैसे. पर मेरी सक्सेस स्टोरी से शायद बहुत से लोगो को उम्मीद मिले जो उम्मीद छोड़ चुके है अपनी हार से.
ग्रेजुएशन (b.com) के बाद सोचा क्या करू तो एयर होस्टेस ट्रेनिंग किया पर हो नहीं हुआ. :फिर अकल आई तो करियर पॉवर में एडमिशन लिया 2013 में. थैंक गॉड टू करियर पॉवर की कम- से -कम एग्जाम तो पास होने शुरू हुए. मेरी माँ को फिर कैंसर हो गया था और सब छोड़ के उनका ध्यान रखने लगी उन्हें ठीक किया. फिर मुंबई में मुझे एक लड़के से प्यार हो गया. सबको होता है मुझे भी हो गया. मम्मी-पापा के मना करने के बाद भी शादी की मैंने. शादी जब हुई तब मैं IBPS po v और IBPS क्लेरिकल v का रिटर्न क्लियर कर चुकी थी. मेरे सास-ससुर और पति बहुत खुश थे. मुझे भी लगा मैं सपनों की दुनिया में हूँ इतना प्यार…!!!!
1अप्रैल 2016 मैं अपने दोनों IBPS परीक्षा में फाइनल कट-ऑफ में फ़ैल हो गयी. इसके बाद मेरे सास-ससुर और पति का व्यवहार मेरे प्रति बदल गया. वह मुंबई में मुझ पर प्राइवेट जॉब के लिए बल देने लगे. जब मैंने मना कर दिया तो शराब पिने के बाद मेरे ससुर मुझे गालियां देने लगे. मेरे पति ने मुझे इग्नोर करना शुरू कर दिया. एक दिन जब घर पर कोई नहीं था तो मेरे ससुर ने मुझे प्रताड़ित करने की कोशिश की. वह पूरी तरह से शराब के नशे में थे, अचानक किसी ने दरवाज़ा पर दस्तक दी, वह मेरी सास थी. मैंने सोचा, मैं सुरक्षित हूँ. पर मेरी सास ने कहाँ ” यह मुंबई है यहाँ ऐसा होता है”. ये सुनते ही मैं रोते हुए अपने कमरे में चली गयी और दरवाज़ा बंद कर लिया और अपने पति का इंतजार करने लगी. पर जब वो आये तो तीनो ने मिलकर मुझे बोहत मारा. जब सब सो गए तो मैं रात को उधर से भाग के सिर्फ 500 रुपये के साथ लखनऊ आ गयी मम्मी के पास. केस किया, FIR की, रोज जाती रही कोर्ट और पुलिस के चक्कर लगाती रही. इंडियन लॉ स्लो है इंसाफ ज़रा देर में मिलेगा. पर रात को बैंकर अड्डा के पोस्ट करना नहीं भूलती थी. दिन भर रोती थी रात भर पढ़ती थी. और जब दिल यह कहता था कि मैं एक हारी हुई लड़की हूँ तब अग्निपथ की ये पक्तियां खुद ही बोलने लगती थी….
“तू न थमेगा कभी तू न मुड़ेगा कभी तू न रुकेगा कभी ,
कर शपथ, कर शपथ,कर शपथ,
अग्निपथ,अग्निपथ,अग्निपथ.
ये महान दृश्य है ,
चल रहा मनुष्य है ,
अश्रु , स्वेत, रक्त से लथपथ लथपथ लथपथ..
अग्निपथ,अग्निपथ,अग्निपथ.”
सच कहूँ तो सब खो चुकी थी.. पर हारी नहीं थी . बैंकर्स अड्डा के पोस्ट्स , डेली क्विज , डिस्कशन , स्पीड टेस्ट देती रही . और आज मैं सबकी SAM STAR. IS A BANKER IN SBI बन गयी.
थैंक्स गॉड को , बैंकर्स अड्डा को , आप सबको , मेरी बेस्ट फ्रेंड को . और सबसे बड़ा थैंक्स मेरी माँ को . “थैंक्स माँ तुम्हारी बेटी बुरी नहीं है .” मुझे कोई और रिश्ता नहीं चाहिए क्युकी मेरे पास मेरी माँ है सबसे बड़ा रिश्ता .