सभी को नमस्कार! मैं बैंकर्स अड्डा और अड्डा 247 की साइलेंट रीडर हूँ. और आज मैं आपके साथ अपनी कहानी साझा करने जा रही हूँ. मैं इसे क्या कहूँ सफलता की कहानी क्योंकि IBPS Clerk में सेलेक्ट होना बहुत कठिन था और मुझे अभी भी यही नहीं हो रहा है. तो आइए मैं आपको बताती हूँ अपनी कहानी…
मेरी यात्रा तब शुरू नहीं हुई थी जब मैंने सरकारी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की. यह तब शुरू हुई जब मैने अपना करियर चुना. मैं कक्षा 10 में अपनी कक्षा की रैंक होल्डर थी और हर कोई 12 वीं में भी मुझसे यही अपेक्षा रखता था. लेकिन परीक्षा के दौरान मैं गंभीर रूप से बीमार हो गयी और में इतनी बीमार थी की परीक्षा हॉल में ही बेहोश होकर गिर गई पर फिर भी मैंने परीक्षा पूरी की और 78% अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की.
और इस प्रकार मैं किसी भी NITs और IIT में नहीं जा सकी. इसलिए मैंने निर्णय लिया कि मैं केवल एक साल तक ही तैयारी करुँगी. लेकिन में फिर से रह गयी. फिर मुझे एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला मिला और मैंने सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक पूरा किया. मेरे कॉलेज के दौरान मुझे बहुत सारे अच्छे दोस्त मिले जिन्होंने मुझे गाइड किया मेरा सपोर्ट किया. एक दोस्त ने मुझे एसएससी और आईबीपीएस बैंक परीक्षा के बारे में बताया. मैंने 2016 में स्नातक किया. और मेरा पहला एटेम्पट एसएससी सीजीएल था. और 100 अंक प्राप्त किए और अनारक्षित होने के कारण यह बहुत कम अंक थे. फिर शुरू हुआ Ibps सीजन. और मैंने ibps rrb po और ibps clerk प्रेलिम उत्तीर्ण किया. मैं पहली बार मैन्स के लिए जा रही थी, मुझे इसके बारे में थोड़ी ही जानकारी थी और मेरा आरआरबी पी मैन्स क्लियर हुआ. ibps clerk मैन्स के लिए मैंने adda247 एप और यूट्यूब विडियो को फॉलो किया. कोई बुक नहीं कुछ नहीं केवल adda247. और हाँ मैंने परीक्षा के दौरान कुछ अंतर महसूस किया. लेकिन मैं 1.25 अंकों से रह गयी.
2017 आया और मैंने adda247 के साथ तैयारी को जारी रखा. नियमित रूप से दैनिक क्विज और पीडीऍफ़ से पढ़ाई की.
लेकिन फिर भी मुझे असफलता का सामना करना पड़ा.
Sbi po 2017: प्री में बाहर
Ibps po 2017: 1 अंक से पीछे रही
Ibps rrb po 2017: out in pre by 0.75 अंक से प्री से बाहर
Ibps rrb clerk 2017: आरक्षित सूची में नंबर आया
Ibps clerk 2017: कैनरा बैंक में चयनित
जी हाँ मेरा पहला चयन. और कड़ी मेहनत रंग लायी.
मेरे ibps clerk pre परीक्षा के दौरान, मैं अपनी व्यक्तिगत जीवन में बहुत भावनाओं में बही. मुझे याद है जब मैं प्री की परीक्षा के लिए जा रही थी और मैं पूरी रात नहीं सोयी थी. लेकिन फिर भी मुझे 80 अंक प्राप्त हुए. मैन्स के लिए मैंने अपने दिमाग को तैयार करने के लिए 4 दिन लिए और अपने आपको तैयार किया. मैं अपने दोस्तों को धन्यवाद देना चाहती हूँ जिन्होंने मेरे लिए इसे इतना आसान बना दिया. इस चरण के दौरान मेरे दोस्त और मेरा परिवार ही मेरी लाइफलाइन थे.
तो कहने का तात्पर्य है कि जब तक आप सफल न हो जाएं प्रयास करते रहें. विषम परिस्थितयों में भी अपने आपको पुश करते रहें. ऊपर वाला आपकी कड़ी मेहनत को देख रहा है और एक दिन उसका भुगतान जरूर होगा. मैं हूँ मधुरिमा साहा जो अभी भी adda247 को नहीं छोड़ने वाली और आशा करती हूँ कि आप मेरे पीओ सेलेक्ट होने पर एक बार फिर मेरी सफलता की कहानी को प्रकाशित करेंगे.
धन्यवाद Adda247.
धन्यवाद Adda247.
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