Shaheed Diwas 2021: Martyrs’ Day date , Shaheed Diwas is celebrated on 23rd March of every year.
शहीद दिवस 2021: हर साल 23 मार्च को देश भर में भारत की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए Martyrs Day यानि शहीद दिवस (सर्वोदय दिवस) के रूप में मनाया जाता है। इस आर्टिकल में आपको उन सभी सवालों के ज़वाब हैं, जो कभी न कभी आपके दिमाग में उठते हैं, जैसे कि शहीद दिवस कब मनाते हैं? 23 मार्च को क्या मनाया जाता है? भारत में राष्ट्रीय स्तर पर शहीद दिवस कब मनाया जाता है? 30 जनवरी को कौन सी जयंती होती है?
जानिये क्या है 23 मार्च 1931 का इतिहास | शहीद दिवस का इतिहास
लाहौर (पाकिस्तान) में आज के ही दिन यानि 23 मार्च 1931 को इन तीनों को 1928 में ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन सॉन्डर्स की हत्या करने के लिए फांसी दे दी गई थी। उन्होंने गलती से उसे ब्रिटिश पुलिस अधीक्षक जेम्स स्कॉट समझ लिया था, जिन्होंने उस लाठीचार्ज का आदेश दिया था, जिसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई थी। इसके आलावा, महात्मा गांधी की स्मृति में 30 जनवरी को भी शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आज इन वीर पुत्रों के बलिदान को याद करते हुए देश के प्रधानमन्त्री ने भी लिखा है ,
आजादी के क्रांतिदूत अमर शहीद वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को शहीदी दिवस पर शत-शत नमन। मां भारती के इन महान सपूतों का बलिदान देश की हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा। जय हिंद! #ShaheedDiwas
23 मार्च को ही क्यों मनाया जाता हैं शहीद दिवस?
भारत के तीन महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को सम्मानित करने के लिए हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। अंग्रेजों ने जल्दबाजी में भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को फांसी पर लटका दिया था। वे बहुत कम उम्र में आगे आए और भारत की स्वतंत्रता के लिए बहादुरी से लड़े। साथ ही वे आगे चलकर देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बने।
(Shaheed Diwas, also called Martyrs’ Day, is celebrated in India on March 23 every year. On this day, Indians pay tributes to the people who had lost their lives in the struggle for India’s independence. Every year, various leaders organise events to remember slain freedom fighters.)