हम शांति से रहते हैं, स्वतंत्र हैं और सुरक्षित महसूस करते हैं तो सिर्फ अपने वास्तविक नायकों के कारण, जो हमारे कल के लिए अपना आज देते हैं
आज 08 अक्टूबर को पूरा देश बड़े उत्साह और जोश के साथ “भारतीय आकाश के संरक्षक” भारतीय वायु सेना की 84वीं वर्षगांठ मना रहा है.
भारतीय वायु सेना भारतीय सशस्त्र बालों की वायु भुजा है. यह विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है. इसका मुख्य दायित्व भारतीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा और संघर्ष के दौरान हवाई युद्ध का संचालन करना है. अधिकारिक रूप से इसकी स्थापना 08 अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश साम्राज्य की सहायक वायु सेना के रूप में हुई थी और इसके आगे रॉयल शब्द, 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध में इसकी सेवाओं को मान्यता देते हुए जोड़ा गया था.
आजादी के समय से भारतीय वायु सेना पाकिस्तान के साथ चार और चीन के साथ एक बार युद्ध में भाग ले चुकी है. भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित किये गए कुछ प्रमुख ऑपरेशन नीचे दिए जा रहे हैं :
ऑपरेशन मेघदूत (विवादित कश्मीर क्षेत्र में सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जा करने के लिए)
ऑपरेशन विजय (गोवा पर दावा करने के लिए)
ऑपरेशन कैक्टस (मालदीव में बचाव अभियान)
ऑपरेशन पूमालाई (श्रीलंका में जाफना के घेर शहर में हवा से आपूर्ति करने के लिए)
ऑपरेशन राहत (उत्तराखंड में अचानक आई बाढ़ के में फंसे लोगों को राहत और बचाव).
भारतीय वायु सेना हमेशा देश के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा की अपनी प्रतिज्ञा पर खरा उतरा है, यह सब प्रतिकूल परिस्थितियों में भी इन नायकों के बलिदान और संकल्प की वजह से है. इसलिए, इस दिन हम राष्ट्र की खातिर उनकी प्रतिबद्धता, उनके द्वारा किए गए बलिदान के लिए उन पर गर्व करते हैं और आभार व्यक्त करते हैं. हमें वे हमें सुरक्षित रखने के लिए अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं, वे सिर्फ हमें, हमारे परिवार के निकट रखने और सुरक्षित रखने के लिए अपने परिवार से दूर रहते हैं.
ये फ्लाइंग ईगल्स हमेशा मुसीबतों से लोहा लेने के लिए तैयार रहते हैं. उड़ी आक्रमण के बाद पाक अधिकृत कश्मीर में जेहादियों के शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद; भारतीय वायु सेना ने भी अपनी कमर कस ली है. भारतीय वायु सेना आक्रामक तरीके से अपने बुनियादी ढांचे का उन्नयन कर रही है और वे अपने शस्त्रागार के साथ तैयार हैं बस आदेश का इंतजार है.
समकालीन प्रगति की मांग के साथ तालमेल रखते हुए, IAF चरणबद्ध तरीके से लगातार खुद को आधुनिक कर रही है और आज यह दुनिया में चार सबसे अधिक पेशेवर सेवाओं के साथ एक विश्वसनीय हवाई शक्ति के रूप जानी जाती है.
भारत के पास शीर्ष के सबसे विनाशकारी और खतरनाक लड़ाकू विमान सेवा में है:
✈ सुखोई -30 MKI
✈ मिराज-2000
✈ मिग-29
✈ जैगुआर
✈ मिग-27
✈ तेजस
I sweep the skies with fire and steel
I swoop, I soar, aloft I wheel
I fight with gleaming blades the wind
That dares dispute my path
I leave the howling storm behind
I fill their quaking hearts with fear
For death . . . is in my wings.