हम अपने आस-पास कुछ भी गलत या सही नहीं देखते तो हम सामने वाले व्यक्ति को उसे सही करने के लिए बोलते हैं. उसे राय देते हैं कि वह इसे किस प्रकार ठीक करें, लेकिन यह सच है कि राय लेना किसी को भी पसंद नहीं. सभी अपने तरीके से काम करना पसंद करते हैं, वे नहीं चाहते कि कोई उनके कामों में गलतियां ढूंढें.. क्योंकि अपने अनुसार वे सब सही कर रहे होते हैं, इसलिए यदि हम ऐसा कुछ चाहते हैं, जो समाज के लिए अच्छा हो, तो हमें इसके लिए स्वयं उस काम को कर लेना चाहिए जैसा हम दूसरों को करने की राय दे रहे हैं, और तब ही आपका उदाहरण अन्यों को प्रेरित कर सकता है. इसलिए पहले स्वयं को मजबूत कीजिये…