मैं 09/09/2017 को हैदराबाद केंद्र में एसबीआई पीओ जीडी / पीआई में उपस्थित हुआ. निर्धारित स्थल पर पहुंचने के बाद, उन्होंने दस्तावेज़ सत्यापन के बाद बायोमेट्रिक्स का आयोजन किया, जिसके बाद समूह चर्चा की शुरुआत हुई.
समूह चर्चा विषय- “Is allowing FDI in retail sector good or bad for India?”
समूह अभ्यास – What are the qualities you would like to have in your spouse?
- खूबसूरत नैननक्श
- आकर्षक व्यक्तित्व
- शिक्षा
- पारिवारिक पृष्ठभूमि
- रोज़गार
- नए परिवार के साथ समायोजन
- दहेज
- अमीर परिवार
व्यक्तिगत साक्षात्कार
सदस्य 1: अपने बारे में बताइए
मैंने विस्तार से उत्तर दिया और मैं बता ही रहा था कि उन्होंने मुझसे मेरी पिछली नौकरी को छोड़ने का कारण पूछा. मैंने उन्हें बताया कि मैं उत्पादन विभाग में काम कर रहा था, प्रदुषण के कारण, वहां अक्सर स्वास्थ्य समस्याएं होती थी. वे मेरे उत्तर से संतुष्ट दिखे.
सदस्य 1: भारत और चीन बड़े वस्तु निर्यात बाजार हैं, उनमें समानताएं हैं, लेकिन ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य देश उनसे क्यों जुड़े और मिलकर एक ब्रिक्स नामक गुट का निर्माण क्यों किया?
मुझे जवाब नहीं पता था और उसने भी वही बताया.
सदस्य1: नौकरी के अवसरों और कम मानव हस्तक्षेप के बावजूद भी क्या भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को कार्यान्वित किया जाना चाहिए?
मैंने कहा प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और प्रौद्योगिकी के विभिन्न लाभों के बारे में बात करनी चाहिए. मैंने उन्हें यह भी बताया था कि हालांकि बैंकिंग में नौकरियां कम हो सकती हैं, लेकिन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वृद्धि से प्रौद्योगिकी क्षेत्र में रोजगार पैदा हो सकते हैं. उन्होंने कोई प्रश्न नहीं किया.
उसके बाद, उसने मुझे अन्य पैनलिस्ट को सौंप दिया.
सदस्य 2: आपने कहा कि वहाँ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, तो कंपनी ने आपको किसी अन्य विभाग में स्थानांतरित क्यों नहीं किया, जहां स्वास्थ्य संबंधी खतरे कम हों. (जैसा कि आपकी कंपनी एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है, वे कर्मचारियों को इतनी आसानी से नहीं छोड़ते)
मैंने उन्हें बताया कि वहां मनुष्य श्रम की कमी है और इसलिए वे बदल नहीं सकते थे.
सदस्य 2: तो, आपने पिछले वर्ष इस्तीफा दे दिया था, इस अवधि के अन्तराल में आप क्या कर रहे थे?
मैंने बताया कि मैं बैंकिंग क्षेत्र और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था. मैंने उनसे अन्य कई परीक्षाओं के बारे में भी बताया, जिनमें मैं उत्तीर्ण हुआ था. फिर उसने मुझसे मेरी पिछली कंपनी की खनन अनुमति की समस्याओं के बारे में पूछा और पूछा कि क्या सरकार को लोगों की स्थानीय भावनाओं के आधार पर औद्योगिकीकरण की अनुमति नहीं देनी चाहिए?
मैंने उनको समझाने का प्रयत्न किया परन्तु वे मेरे उत्तर से सहमत नहीं थे और प्रश्न पूछ रहे थे.
फिर अगले पैनलिस्ट को सौंप दिया.
सदस्य 3: इन दिनों बहुत सी ग्रामीण आबादी शहरों में पलायन कर रहे हैं. इस प्रवृत्ति को पलटने के लिए सरकार क्या करेगी?
मैंने उन्हें विभिन्न मौजूदा सरकारी योजनाओं, कृषि क्षेत्र को आवश्यक रूप से संबोधित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में एमएसई की स्थापना के बारे में बताया, वह संतुष्ट लग रहा था.
महिला पैनलिस्ट ने कुछ भी नहीं पूछा. इसके साथ, उन्होंने मुझसे जाने के लिए कहा. कुल मिलाकर, अनुभव अच्छा था. उन्होंने कोई कर्रेंट अफेयर्स नहीं पूछा.