प्रिय पाठकों,
भोपाल, 4 सितंबर 2017, सुबह 10:00 बजे
मैं 9: 45 बजे निर्धारित स्थल पर पहुंच गया. दस्तावेज़ सत्यापन सुचारू रूप से चल रहा था. हमारे पैनल में 10 उम्मीदवार थे. हम जल्द ही समूह अभ्यास कक्ष में गए. उस कमरे में महाप्रबंधक स्तर के 2 सेवानिवृत्त बैंकर बैठे थे.
समूह-चर्चा
विषय: छोटे राज्य शाप या आशीर्वाद हैं?
हमें दिए गए विषय के पक्ष या विपक्ष पर चर्चा करनी थी. समूह चर्चा 20 मिनट तक चली, फिर हम इस सहमति पर पहुंचे कि छोटे राज्य एक आशीर्वाद हैं.
समूह अभ्यास
हमें रियो ओलंपिक में भारत के खराब प्रदर्शन के कारणों को प्राथमिकता देनी थी. पेपर में 8 कारण बताए गए थे और हमें 1-8 तक इस संख्याओं को प्राथमिकता के आधार पर क्रमबद्ध करना था.
व्यक्तिगत साक्षात्कार
पैनल में 5 सदस्य थे. एक महिला और 4 पुरुष (एक सीजीएम) थे. प्रत्येक पैनललिस्ट द्वारा निम्नलिखित प्रश्न मुझसे पूछे गए थे;
पुरुष 1: आपने दूरस्थ शिक्षा क्यों की?
बीए में आपके पास कौन से विषय हैं?
आपका पसंदीदा विषय क्या है? (भूगोल)
भूगोल क्यों?
पुरुष 2: हाल ही में तूफान कहाँ आया था? (टेक्सास, यूएस)
उसका नाम क्या था?
हम तूफ़ान को नाम केसे देते हैं ? (इसका जवाब नहीं दे सका)
क्यों किसी तूफ़ान का एक नाम स्त्रीलिंग और एक पुल्लिंग होता है?
पुरुष 3: हाल ही में महिला क्रिकेट खबरों में क्यों था?
विश्व कप के दौरान कौन सा रिकॉर्ड बनाया गया था?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कप्तान
महिला 1: भूगोल आर्थिक विकास से किस प्रकार संबंधित है?
क्या हम भूगोल में मानव संसाधन का अध्ययन करते हैं?
पुरुष 4: विपस्सना क्यों? (मेरा शौक)
यह कैसे मदद करता है?
सीजीएम से अंतिम प्रश्न
हिमालय का निर्माण कैसे हुआ था?
इसका उत्तर तो दिया लेकिन अस्पष्ट, भारतीय प्लेट और टकराव को छोड़कर सटीक महत्पूर्ण शब्दों को याद नहीं कर सका.
कुल मिलाकर मेरा एसबीआई पीओ साक्षात्कार का अनुभव अच्छा था और मैं दूसरों को शुभकामनाएं देता हूं.
अपने एसबीआई पीओ साक्षात्कार के अनुभव को -contact@bankersadda.com पर मेल कीजिए.
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