प्रिय पाठकों,
नमस्कार दोस्तों, मैं स्वर्नेंदु हूँ. आप जरुर यह सोच रहे होंगे कि “हे भगवान्! एक और सफलता की कहानी” लेकिन आराम कीजिये यह गर्व दिखाने, कड़े परिक्षम और तनावपूर्ण संघर्ष की कहानी नहीं है. यह एक इंजीनियर के डायोड और ट्रांजिस्टर की दुनिया से बैंकिंग के क्षेत्र तक की यात्रा का सत्य है. हालांकि मुझे कभी भी इंजीनियरिंग पसंद ना थी लेकिन किसी प्रकार मैं 2015 में अंतिम कॉलेज प्लेसमेंट में 3 नौकरियाँ हासिल करने में सफल रहा, किन्तु मेरे दिल ने कहा “अरे तुम्हें यह नौकरी कितनी आसानी से प्राप्त हो गयी तुम्हेँ निश्चित ही कुछ बेहतर प्रयास करना चाहिए”. तो दोस्तों, मैंने उन सभी नौकरियों को छोड़ दिया और सोचा कि कौन-सी सरकारी नौकरी मेरे लिए अनुकूल रहेगी. जैसाकि मैं जानता था कि मैं एक इंजीनियर नहीं हूँ तो मैंने GATE परीक्षा के लिए प्रयास नहीं किया.
इस मार्ग में बैंकिंग ने मुझे अपने “लाभपूर्ण पैकेज और भत्तों” से आकर्षित किया. मेरा पहला प्रयास IBPS PO V था और भगवान के आशीर्वाद से, मैं लिखित परीक्षा पास करने में सफल रहा लेकिन मेरी अत्यधिक खुशी और अति आत्मविश्वास के कारण मैं अंतिम सूची में 1 अंक के अंतर से असफल हो गया. इस स्थिति में, आम तौर पर संघर्षकर्ता अपनी किस्मत और भगवान को कोसते हैं, मैंने भी बिल्कुल वही किया. लेकिन, मैंने इन सरकारी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने का दृढ़-संकल्प ले लिया था और फिर मैं UIIC और LIC AAO की लिखित परीक्षा में भी असफल रहा. मैंने कभी इस युद्ध में हार की ओर नहीं देखा और मैं जानता था कि यह केवल 3 दिनों (प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार) की बात है.
तो, मैंने एक बार फिर से अपनी तैयारी शुरू कर दी. लेकिन दोस्तों, मैं किसी भी mock टेस्ट के शीर्ष 5 पर्सेंटाइल छात्रों में कभी नहीं था. मैंने केवल अपनी स्थिरता और कमजोरी के विश्लेषण की ओर अपना ध्यान केन्द्रित रखा.फिर SBI PO मुख्य परीक्षा का दिन आया और मैं सच कह रहा हूँ, इसने मेरे मुँह पर एक करारा थप्पड़ मारा, लेकिन जैसा कि मैंने हार ना मानने का फैसला किया था, मैंने पूरे पेपर का विश्लेषण किया और कुछ उचित प्रयासों के साथ वापस आया और अंततः ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू पास करने के बाद आज मैं एक SBI PO बन गया हूँ.
जब मैंने उस अंतिम पीडीएफ में अपना नाम देखा, मुझे अपनी आँखों पर भरोसा नहीं हुआ लेकिन उसी पल मुझे एहसास हुआ कि IBPS PO में मेरी हार के बाद यह भगवान की कृपा है, मैंने कभी पैकेज और भत्तों के बारे में नहीं सोचा. मुझे यह क्षेत्र उससे बड़ी चीजों यानि जिम्मेदारी, सामाजिक कारणों के लिए पसंद आया और किसी भी तरह मेरा दृढ़ संकल्प, प्रेरणा और उत्सुकता भगवान तक पहुँच गयी. तो, दोस्तों, जब भी अन्य लोग आपके आस-पास नकारात्मक सोच के साथ तरह-तरह की बातें करें आप भगवान और खुद से अपना विश्वास कभी डगमगाने ना देन. खुद पर यकीन रखें और खुद के लिए निष्ठावान और प्रेरित रहें. मैं आपको नहीं बताऊंगा कि आप कैसे पढ़ें और किस प्रकार से आपको खुद को तैयार करना है क्योंकि मैं जानता हूँ कि आप सभी स्वयं-योग्य हैं और आप सभी में क्षमता है. मेरा यकीन है कि वे सभी 4767 उम्मीदवार जो SBI PO के इंटरव्यू के लिए चयनित हुए थे वह भी समान रूप से उतने ही महान और प्रतिभाशाली हैं.
मैं, IBPS और SBI के इंटरव्यू के समय पर मेरी और मेरे सहपाठियों की अपार मदद के लिए करियर पॉवर कोलकाता का भी बहुत आभारी हूँ. सर और मैडम, आपका धन्यवाद, और दोस्तों मुझे आने वाली परीक्षा में आपकी सफलता की कहानी देखने में बहुत ख़ुशी होगी. मुझे यकीन है कि अगर मैं यह सब हासिल कर सकता हूँ तो कोई भी यह कर सकता है- “असंभव कुछ भी नहीं “.