Hindi Day ( हिन्दी दिवस) | Hindi Diwas 2021 | Hindi Diwas 2021: Know All About It And Find Out Why Its Celebrated Every Year
हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है। हिंदी ज्ञान और विज्ञान की भाषा के साथ हमारी संस्कृति व पूरे हिंदुस्तान की भाषा है। 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला था। विश्व में लगभग छः हजार से भी ज्यादा भाषाएंँ बोली जाती हैं। भाषा की कोई सीमा नहीं होती। हमें अपनी भाषा को सँजो कर रखना चाहिए, उसका सम्मान करना चाहिए। 2011 की जनगणना के अनुसार 43% लोगों की मातृभाषा हिंदी रही। हिंदी साहित्य के महान साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र जी ने भी अपनी भाषा को सब उन्नति का मूल बताया :
“निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल
बिन निज भाषा ज्ञान के मिटत ना हिय के शूल।”
विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी भाषा सम्मिलित हैं। मातृभाषा का मकसद दुनिया में सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिकता को बढ़ावा देना है।
बढ़ने दो इसे सदा आगे
हिंदी जनमत की गंगा है
यह माध्यम उस स्वाधीन देश का
जिसकी ध्वजा तिरंगा है।
– गोपाल सिंह नेपाली
भाषा के विकास से समाज का चहुमुखी विकास होता है। भाषा का एक रणनीतिक महत्व होता है क्योंकि पहचान, संचार, सामाजिक एकीकरण, शिक्षा व विकास के लिए भाषा ही एक माध्यम होती है जो आसानी से लोगों को जोड़ती है। तो हिंदी दिवस के मौके पर हम हिंदी को बचाने का प्रयास करते है।ताकि हमारी संस्कृति व बहूभाषाएँ फलती फूलती रहें।
इस वजह से 14 सितंबर को मनाया जाता है हिंदी दिवस
स्वतंत्रता संग्राम के समय एक सम्पर्क भाषा को चुनना बहुत चुनोतिपूर्ण काम था किंतु गहन विचार विमर्श करने के बाद 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। राजभाषा से तात्पर्य है कामकाज की भाषा। अर्थात सरकारी कार्यालयों में कामकाज की भाषा राजभाषा हिंदी को माना।
वर्तमान समय में हिन्दी भाषा का महत्व (Hindi Diwas 2021: Significance)
वर्तमान समय मे हिंदी का चेहरा बदल रहा है। हिंदी वैश्वीकृत ग्लोबल भाषा के तौर पर पहचाने जाने लगी है। आज ना केवल भारतवर्ष अपितु विश्व में भी हिंदी को सीखने की होड लगी हुई है और यह सब संभव हो पाया है तकनीकी से।
आज हिंदी का बाजार भाषा मे पूरी तरह से वर्चस्व फैला हुआ है। अनुवाद, शिक्षा, बैंकिंग, विज्ञापन, मीडिया, टेलीविजन व खानपान आदि सभी क्षेत्रो में हिंदी अपनी नई पहचान बना रही है। हिंदी के ना जाने कितने ब्लॉग, ऑनलाइन साहित्य, पत्र- पत्रिकाओं, फ़ेसबुक, ट्विटर व यूट्यूब हमारे रोजमर्रा के जीवन का अभिन्न अंग बन गए है।
आज के बदलते परिवेश से हिंदी अपने परंपरागत आवरण से बाहर निकलकर पूरे विश्व को अचंभित व प्रभावित कर रही है। पिछले दो दशकों से जिस तेजी से हिंदी का अंतराष्ट्रीय विकास हुआ है व लोगो का इसके प्रति रुझान बडा है इससे हिन्दी की लोकप्रियता का आसानी से पता लगाया जा सकता है।
हिंदी सबको एक सूत्र में पिरोकर रखने वाली भाषा है। हिंदी को विदेशों में इतना बढ़ावा मिल रहा हैं कि वहाँ के विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा को पढ़ाया जा रहा है क्योंकि इससे भारत के साथ विदेशों का व्यवसाय बढ़ेगा।
आज के परिदृश्य को देखते हुए कहा जा सकता है हिंदी एक सशक्त व समृद्ध भाषा है। हिंदी रोजगार की भाषा है, मनोरंजन की भाषा है व वैश्विक स्तर पर संबंध बनाने की भाषा है।आपको हिंदी दिवस-2021 की हार्दिक बधाई और शुभकामनाए।
FAQs Related to Hindi Diwas 2021 – हिन्दी दिवस 2021 से सम्बन्धित अक्स पूछे जाने वाले प्रश्न :
1) 14 सितंबर को हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?
उत्तर – 14 सितंबर 1949 संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा हिंदी बनने का दर्जा मिला था।
2) संविधान के किस अनुच्छेद में राजभाषा हिंदी का वर्णन है?
उत्तर – संविधान के भाग 17, अनुच्छेद 343 (1) में वर्णन है।
3) हिंदी को भारत की कौन भाषा माना गया है?
उत्तर – हिंदी को राजभाषा हिंदी माना जाता हैं।
4) हिंदी दिवस मनाना कब आरंभ हुआ?
उत्तर – 14 सितंबर 1953 से पूरे भारत मे राजभाषा दिवस मनाने लगे।
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