Bankersadda, SSCadda, CtetAdda और Adda247 की ओर से आप सभी को दुर्गा अष्टमी की ढेर सारी शुभकामनाएं .देवी दुर्गा ऊर्जा का प्रतीक है और वह आपको आपका मार्ग में सहायता कर कर सकती है.यह नवरात्रि बहुत ही खास है क्योंकि यह दिन आपके सपनों के लिए आपके कठिन कार्य करने का दिन हैं.IBPS PO Prelims के लिए लगभग एक हफ़्ता शेष है, यह वास्तविक चुनौती के लिए तैयार हो जाने का समय है.
इस त्यौहार पर माँ दुर्गा के साथ एक लोककथा जुड़ी हुई है. एक बार महिषासुर नाम के एक दानव ने यह पृथ्वी त्राहि त्राहि करने लगी थी. उसने सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रम्हा को प्रसन्न करने के लिए कठोर तप किया. अंततः ब्रम्हा जी ने प्रसन्न होकर उसे वरदान दिया और वह दानव अत्यंत शक्तिशाली हो गया. वह ताकतवर तो बान गया किन्तु अपनी शक्तियों को सही दिशा में प्रयोग करने के बजाय वह कदाचार में लिप्त हो गया. उसने सब लोगों को आतंकित करना शुरू कर दिया और सम्पूर्ण विश्व पर राज करने का सपना देखने लगा. उसके अत्याचार का अंत करने के लिए देवी दुर्गा ने उसे दंडित करने का फैसला किया. देवी दुर्गा ने उससे नौ दिनों तक युद्ध किया. यह एक अंतहीन और क्रूर युद्ध था. फिर देवी दुर्गा ने उसके वध का निश्चय करते हुए विष्णु द्वारा दिए गए एक भयानक अस्त्र का प्रयोग किया जो सुदर्शन चक्र का ही एक अन्य रूप था. इस अस्त्र से उन्होंने महिषासुर का सिर धड़ से अलग कर दिया. इस प्रकार, उस भयानक दानव का, जो भगवान ब्रह्मा से प्राप्त शक्तियों के कारण देवताओं तक को आतंकित किये हुए था, दुर्गा के हाथों उसका अंत हुआ. इस कहानी से हमें बहुत कुछ सीखना चाहिए.
हमारी संस्कृति का अतीत सबसे शक्तिशाली देवताओं के साथ महिलाओं शक्ति बहादुरी और साहस की गवाही देता है.देवी दुर्गा को व्यापक रूप से ताकत और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है उनका स्त्रीत्व कभी भी महिषासुर पर उनके भय की बाधा नहीं थी. तो वर्तमान समय में स्त्रीत्व क्यों नहीं होनी चाहिए? महिलाओं को केवल तब ही सशक्त किया जा सकता है जब वे खुद शिक्षा, साहस, शक्ति, आत्म निर्भरता और आत्म सम्मान के महत्व को महसूस करें. महिलाएं समाज की रचियता हैं और हर जगह महिला उच्च स्तर पर है चाहे वह कंपनी की सीईओ हो या गृहिणी जो अपने बच्चों को एक ऐसे छात्र के रूप में परिवर्तित करती हैं जो अपने भविष्य को आकार देता हैं. विशेष रूप से हर बार इतिहास और खासकर वर्तमान, यह सिखाता है कि समाज और संस्कृति को आकार देने में महिलाओं का प्रमुख योगदान हैं.
हमारे भाग्य द्वारा हम सबको समान अवसर दिया है, अब यह हमारे ऊपर है कि हम हमारे अन्दर विद्यमान शक्तियों का किस प्रकार और कहाँ प्रयोग करते हैं. यह पूरी तरह हमारे हाथों में है कि हम कैसे अपनी ऊर्जा को सही समय पर एकत्रित कर सही कार्य के लिए प्रयोग करें. अब यह आपका समय है. यह बैंकिंग क्षेत्र में एक सुरक्षित नौकरी पाने के आपके लक्ष्य के लिए, पीओ बनने का एक अवसर है और ये आप पर है कि आप इस अवसर को “परिणाम में बदलते हैं या इसे ऐसे ही गँवा देते हैं”.
इसलिए अपने लक्ष्य पर काम करने के साथ-साथ पूरे दिल से इस उत्सवी मौसम का जश्न मनाएं.
यदि आप यह सोच रहे है है कि आप कल से IBPS के लिए अच्छे से प्रैक्टिस करेंगे तो आप न सिर्फ अपना एक दिन ख़राब कर रहे हैं बल्कि आप एक प्रतिष्ठित बैंक में पीओ बनने के अपने सपने से भी बहुत दूर होते जा रहे हैं. याद रहे कि आपका मुकाबला लाखों अन्य प्रतियोगियों से है जो आपको पीछे धकेलने के लिए प्रतिदिन सतत अभ्यास कर रहे हैं. एक या दो दिन व्यर्थ गंवाकर आप उन्हें अपने ही खिलाफ मजबूत कर रहे हैं. क्या वाकई में आप ऐसा करना चाहेंगे? यदि नहीं तो अभी से शुरू हो जाइये.
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