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“Hard work never goes unrewarded” : SHUBHAM PATEL ( UNION BANK OF INDIA PO ) – 35

Bankers Adda Success Story
मेरा नाम शुभम पटेल है, मैं
मध्यप्रदेश राज्य के सागर नामक जिले से
हूं मैंने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (2015)
में इंजीनियरिंग से स्नातक की है 



सबसे पहले मैं अपने परिवार,
मेरे दोस्तों और BANKERSADDA
TEAM
को 2016
की सबसे कठिन बैंकिंग
परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए धन्यवाद करना चाहूंगा. किसी भी परीक्षा में सफलता
पाने के लिए
“BANKERSADDA” सबसे अच्छा प्लेटफार्म है,
इससे मुझे अपने कमजोर विषय
GENERALAWARENESS
को
मजबूत करने में मदद मिली
.

अब आप में से अधिकांश लोग सोचेंगे कि इंजीनियरिंग के बाद बैंकिंग
क्यों ? इसलिए सबसे पहले मैं यह कहना चाहूंगा कि हर कोई समाज में सम्मान चाहता है
और मुझे लगता है कि बैंक कर्मचारी समाज
में ज्यादा सम्मान प्राप्त करते है. 

इसलिए मैंने बैंक
की नौकरियों के लिए तैयारी शुरू कर दी लेकिन मेरे मन में मुख्य प्रश्न ये था कि मुझे
अध्ययन क्या करना है? बैंकिंग परीक्षा के अध्ययन के लिए कोचिंग कहां से ली जाए? और
इसका पैटर्न क्या हैं? ये सब समझने के लिए मैंने एसबीआई पीओ
,
आईबीपीएस पीओ,
आईबीपीएस क्लर्क आदि
परीक्षाओं के फॉर्म फिल किया ताकि मैं परीक्षा के पैटर्न देख सकूं
,
क्योंकि बहुत से लोग कह
रहे थे कि “पैटर्न में परिवर्तन किया जा रहा है. लेकिन दोनों पीओ परीक्षा के
प्रथम पाली में मैं विफल रहा.
क्योंकि  मैं बैंक पीओ स्तर के ज्ञान प्राप्त करने में
सक्षम नहीं हो पा रहा था
, किसी तरह मैं क्लर्क परीक्षा की प्रथम पाली
परीक्षा को पास करने में सफलता तो प्राप्त कर ली लेकिन मै अपने कमजोर
GENERAL
AWARENESS
के
कारण इसकी मुख्य परीक्षा के कट-ऑफ से काफी दूर था,

मेरे क्लर्क मैन्स परीक्षा के बाद मेरे
दोस्त ने मुझे
GENERAL AWARENESS सेक्शन के लिए BANKERSADDA से
जुड़ने को कहा. फिर मुझे एहसास हुआ कि मुझे एक उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता है
,
इसलिए मैं फरवरी माह में
एक कोचिंग सेंटर में शामिल हुआ
, जहां से मुझे उचित मार्गदर्शन मिला,
तब मैंने अपनी तैयारी
उचित तरीके से शुरू कर दी
, और उस समय मुझे स्पीड टेस्ट के बारे में भी
पता चला तो मैंने स्पीड टेस्ट हल करना शुरू कर दिया और
11
महीने के समुचित अध्ययन
और कड़ी मेहनत के बाद 1
1मार्च 2017 को शाम 8
बजे मेरे जन्मदिन पर
परीक्षा के सफल परिणाम के रूप में मुझे उपहार मिला.

मैंने आईबीपीएस आरआरबी ऑफिस
सहायक की परीक्षा पास कर ली थी. और इसके सिर्फ
21
दिन बाद मै आईबीपीएस पीओ
और आईबीपीएस क्लर्क दोनों में चयन हुआ. मेरे आईबीपीएस पीओ में चयनित होने पर मेरी
माँ
, पिताजी,
भाई,
बहनों और दोस्त सभी बहुत
खुश थे
, यह मेरे जीवन का सबसे ख़ुशी भरा क्षण था क्योंकि
में हाथ में तीन-तीन नौकरियां थीं.

मेरी
विफलताएँ :-

एसबीआई पीओ (2015)
मेरे सिर्फ 22
अंक थे जबकि कट-ऑफ सिर्फ
47.5 था
आईबीपीएस पीओ (2015)
मेरे सिर्फ 37
अंक थे जबकि कट-ऑफ 37.25 था
आईबीपीएस क्लर्क (2015)
मेरे प्रथम पाली में 58.5
अंक औरमुख्य परीक्षा में
113,कट-ऑफ
143 था
यूआईआईसी एओ (2016)
इस परीक्षा में सिर्फ 109.25
अंक थे और कट-ऑफ120 के
आस-पास थी
एसबीआई पीओ (2016)
प्रथम पाली में 57.5अंक और मुख्य परीक्षा में 87अंक जबकि कट-ऑफ
90था
एसबीआई क्लर्क (2016)
प्रथम पाली में 77.5 और मुख्यपरीक्षा
में समय पर परीक्षा स्थल पर नहीं पहुंच पाया.

बॉब पीजीडीबीएफ (2016)
इसके अंतिम चयनमें चयनित नही हो पाया.

बीओएम पीजीडीबीएफ,
सिंडिकेट पीजीडीबीएफ-
दोनों लिखित में बहुत कम स्कोर
103.75 और 83 क्रमशःप्राप्त किया.

आईबीपीएस आरआरबी (ओएस 1)
प्री में64.5
अंक और मुख्य परीक्षा में 95.5 जबकि कटऑफ
111 थी
भारतीय रिजर्व बैंक
सहायक (
2016) – 80.75 अंक प्राप्त किया और इसके मुख्य परीक्षा
में
चयन हेतु 1.25
अंक रह गया.

इसलिए मैं सिर्फ यह कहना
चाहता हूं कि सफलता कड़ी मेहनत,समर्पण
, व्यवहार,
और सबसे महत्वपूर्ण बात “धैर्य”
पर निर्भर करती है.
इसलिए दोस्तों कभी भी
हार नहीं मानो और धैर्य रखो, आप निश्चित तौर पर सफलता हासिल करोगे क्योंकि
“कठोर परिश्रम कभी भी बेकार नही जाता”

चयनित
हुआ:-

आईबीपीएस आरआरबी (ओए) – नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक में चयनित.
आईबीपीएस पीओ (2016)
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में
चयनित.
आईबीपीएस लिपिक (2016)
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (एम.पी.) में चयनित.
आरआरबी (एनटीपीसी) –
परिणाम की प्रतीक्षा में.

आप सभी को शुभकामनाएं”


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